Saturday, July 18, 2015

प्रेम

सुनो प्यारे  बोहोत हो गया है अब ये तुम्हारी नौटंकी ओर नही चलेगी अब सीधे सीधे चुप चाप आके दर्शन देदो और पूरा परमधाम घुमादो में अब पुरे हक़ के साथ ये कह रही हूँ में ओरो की तरह नही हु जो कहते है की तुम मालिक हो दाता हो और वो तुम्हारे दास है  में वैसी नही हू में  तुम्हारी मालकिन हु कोई दासी वासी नही हु होगे तुम परमात्मा लोगो के पर मेरे पती हो इसलिए मेरी इछा पूरी करना तुम्हारा फर्ज है इसलिए दास  तुम हो मै नही और सुनो तुम्हे खुली चेतावनी दे रही हु अगर मेरी बात नही मानी तो में कहीं किसी और देवी देवता को पूजने लगी  तो ब्येजति तुहारी ही होगी अब सोच लो तुम्हे थोड़ा टाइम दे रही हु सोचने का और सुनो ये समय मेरे अनुसार होगा इसमें ज्यादा चालू मत बनना कहीं कहो की ब्रह्मा का एक दिन विस्नु का एक पल या सदाशिव का पल ये पागल किसी और को बनाना ...जल्दी जवाब देना

(सुनो सखीयों जो भी मेरे धाम से हो मेरे इन भाव के साथ भाव जोड़ लो सब साथ होंगी तो उनपर दबाव ज्यादा पड़ेगा )

सुप्रभात प्रणाम

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