कभी भी किसी सत्य मार्गी को समझने का प्रयास मत करना वरना मतभेत कर बैठोगे ..कयोंकी तुम जिस मार्ग को गलत समझ कर सत्यमार्ग के ठेकेदार बन्ते हो वो इस गलत और सही दोनो को तुच्छ समझकर त्याग चुका है ..इसलिय अगर समझना है तो परमात्मा को समझने का प्रयास करो जिसको न समझने के कारण तुम गलत ओर सही रूपी दूैतवाद में फसे हो..
प्रणाम जी
प्रणाम जी
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