Sunday, September 25, 2016

पी को काहां ढ़ूंड़ू मैं सखी री, जहां खोजे सब बीदेस |
सोई तो पियु मिले नही, जागी तो वो अपने देस ||

Www.facebook.com/kevalshudhsatye

No comments:

Post a Comment