*अंदर और बाहर का कया अर्थ है ?*
अंदर से अभीप्राय शरीर के अंदर से नही है..
अंदर का अर्थ है,आत्मा, सवंय, आनंद, परमात्मा |
बाहर का अर्थ है, अदंर से अलग जो भी है वो बाहर है जैसे,शरीर, अंतःकरण, तीन गुण, सत्ता, ये आनंद की सत्ता होने के कारण इसमें आनंद भाषित होता है पर है नही |
अविद्या कया है ?
बाहर को ही अंदर समझना अविद्या है अग्यान है..
विद्या कया है ?
अंदर व बाहर के भेद व अभेद को जान्ना ही विद्या या ग्यान है...
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