Wednesday, August 26, 2015

ए झूठी रवेसें और हैं, और अर्स में और न्यामत।
ए किया निमूना अर्स जानने, पर बने ना तफावत।।

कालमाया के इस झूठे ब्रह्माण्ड की लीला अलग प्रकार की है तथा परमधाम में नूरी शोभा, सौन्दर्य, चेतनता, आदि की सम्पदा रूप लीला अलग प्रकार की है। यद्यपि इस ब्रह्माण्ड की रचना परमधाम को समझने के लिये ही की गयी है, किन्तु तारतम ज्ञान के न होने से परमधाम और जगत् में भेद करना विद्वानों के लिये सम्भव नहीं हो पाता..

प्रणाम जी

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