सुप्रभात जी
ब्रह्म मुनि सुन्दरसाथ
अभाविनो भविष्यन्ति मुनयो ये ब्रह्मरूपिण:
उत्पन्ना: ये कलौयुगे प्रधान पुयषाश्रया:।
कथायोगेन तान्सर्वान्पुजयिश्यन्ति मानवा:
यस्य पुजा प्रभावेण जीव सृष्टि: समुद्धर:।।
हरिवंश पुराण भविष्य पर्व अ.४
अर्थात कलियुग में कभी भी न प्रगट होने वाले वे ब्रह्मस्वरूप मुनि प्रगट होंगे, जो प्रधान पुरुष अक्षरातीत के आश्रय में ही रहेंगे ।
उनके द्वारा ब्रह्मज्ञान रूपी कथायोग का श्रवण करके सभी मनुष्य उनकी पूजा करेंगे। उस पूजा के प्रभाव से संपूर्ण जीवसृष्टि का उद्धार होगा...
प्रणाम जी
ब्रह्म मुनि सुन्दरसाथ
अभाविनो भविष्यन्ति मुनयो ये ब्रह्मरूपिण:
उत्पन्ना: ये कलौयुगे प्रधान पुयषाश्रया:।
कथायोगेन तान्सर्वान्पुजयिश्यन्ति मानवा:
यस्य पुजा प्रभावेण जीव सृष्टि: समुद्धर:।।
हरिवंश पुराण भविष्य पर्व अ.४
अर्थात कलियुग में कभी भी न प्रगट होने वाले वे ब्रह्मस्वरूप मुनि प्रगट होंगे, जो प्रधान पुरुष अक्षरातीत के आश्रय में ही रहेंगे ।
उनके द्वारा ब्रह्मज्ञान रूपी कथायोग का श्रवण करके सभी मनुष्य उनकी पूजा करेंगे। उस पूजा के प्रभाव से संपूर्ण जीवसृष्टि का उद्धार होगा...
प्रणाम जी
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