Monday, July 27, 2015

वैराग्य कया है

संसार के अभाव से वैराग्य है अगर तो वो संसार का वैराग्य नहीं है, जेसे आपके पास धन नहीं है, और धन से वैराग्य है, जेसे आपको बेटा नहीं हे और बेटे से वैराग्य है, तो यह सही वैराग्य नहीं है। यह तो संसार के अभाव से वैराग्य है , संसार से वैराग्य नहीं है। सही वैराग्य तो तब माना जायेगा जब आपके पास सब कुछ हो जैसे माँ भी हो, बाप भी, बेटा भी हो, धन भी हो और आप समझे रहें की यह सब मिथ्या है। यह है सच्चा वैराग्य। जैसे राजा जनक..
 
    वैराग्य मानसीक विषय है शारीरीक नही..

प्रणाम जी

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