Saturday, August 8, 2015

परब्रह्म का स्वरूप कैसा है ?

साकार स्वरूप या तो देवी-देवताओं और महापुरुषों का है, या कार्य रूप स्थूल जड़ जगत का । निराकार स्वरूप कारण रूप जड़ प्रकृति, महत्तत्व, अहंकार, आकाश और वायु का है । सच्चिदानन्द परब्रह्म का स्वरूप साकार और निराकार से परे शुद्ध स्वरूप और त्रिगुणातीत है, जिसे वेद में भर्गः , आदित्यवर्ण आदि तथा कुरआन पक्ष में नूर शब्द से सम्बोधित किया गया है ...

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